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17 लेखनी आधे अधूरे मिसरे -प्रसिद्ध पंक्तियाँ काब्य प्रतियोगिता-09-Jul-2023 इस दिल की गहराई को



      शीर्षक:- इस दिल की गहराई  को कोई  नापता है


इस दिल की गहराई  को कोई  नापता है।
जो इसमें घाव लगे हैं कोई  नहीं देखता है।।
             मैं भी दिल में लगी चोट  की गहराई  को नापने लगा
              इतने छोटे दिल की गहराई  को देख मै सोचने लगा ।।

इतने घाव पर भी उसने अन्दर कितना छिपा रखा है।
इस नाजुक दिल ने कितना  बड़ा धोका खा रखा  है।।

            दिल की गहराई  को आज तक कोई भी नाप न पाया है।
            जो भी इसके अन्दर तक गया वह डूबता ही नजर आया है।।

इस छोटे से दिल में इतनी गहरी चोट क्यौ लगती है।
दुनियाँ कितनी बेरहम है जो इसे तड़पने  छोड़ देती है।।


आधे अधूरे मिसरे / प्रसिद्ध  पंक्तियाँ प्रतियोगिता  हेतु रचना।
नरेश शर्मा "पचौरी"






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1 Comments

Alka jain

28-Jul-2023 03:14 PM

Nice one

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